आज बनेगी अफगानिस्तान में तालिबान सरकार – मुल्ला अब्दुल गनी के हाथो में होगी सरकार की कमान हमे रोज तालिबान और अफगानिस्तान की खबर देखने को मिलती है लेकिन बार दोनो के बीच में चलते आपसी मामले लेकर,, मुल्ला अब्दुल गनी,, ने आज अफगानिस्तान की नई सरकार बनाने का फैसला लिया है।
उन्होने ,,अपने ही हाथो में अफगानिस्तान की सरकार की कमान लेने का फैसला लिया है।
उन्होंने बताया की अफगानिस्तान में तालिबान की जो सरकार बन रही है वह सब की मर्यादाओ को ध्यान में रखकर बनाई जाएगी।उसमे किसी का भी शोषण नही होगा।
लेकिन ये सब तालिबान के लिए न के बराबर है।ये अधिक समय तक अपने वादे पर नही टिक सकते ।
सूत्रों से पता चला है कि तालिबान का सुप्रीम लीडर ,,हेबातुल्लाह अखुंदजादा,,को चुना गया है।जो धार्मिक मामलों ओर इस्लाम के अनुसार शासन की देख भाल करेगा।
आगे बताया गया है कि तालिबान की नई सरकार में 25 मंत्रालय शामिल होगे जिसके 12 मुस्लिम सलाहकार को चुना जायेगा।
उन्ही के एक वरिष्ठ सदस्य ने बताया की काबुल में ईरान के नेतृत्व की तर्ज पर सरकार का गठन करने की तैयारी है।
अभी तक समय का सही अनुमान नही लगा है।कोई तो इसके अगले हफ़्ते तक सरकार बनने की बात बोल रहा है।
ईरान में सर्वोच्च नेता देश का सर्वोच्च राजनीतिक और धार्मिक प्राधिकारी है । जहा उसका दर्जा एक राष्ट्रपति से ऊंचा होता है और वह सेना, सरकार और न्यायपालिका के प्रमुखों की नियुक्ति करतब है।
उन्होंने बताया की मुल्ला अखुंजादा सरकार के नेता होगे और इस पर कोई सवाल नही उठायेगा।
मुस्लिम समुदाय अपने धर्म को लेकर काफी उत्तेजित है।
,,मुल्ला अखुंजादा, तालिबान के शीर्ष धार्मिक नेता है।
ये 15 सालो तक बलूचिस्तान प्रांत इलाके में एक मस्जिद में कार्यरत रह चुके हैं।
उन्होंने बताया की गवर्नर अपने अपने जिलों की जिमेदारी उतायेगे।ओर तालिबान प्रांत और जिलों के लिए गवर्नर पुलिस ,प्रमुख और पुलिस कमांडरों की पहले से नियुक्ति कर चुका है।
सरकार बनने के अलावा भी तालिबान के सामने कौ चुनौतियां सामने आई है।
तालिबान पूरे अफगानिस्तान पर अपना कब्ब्जा जमा चुका था।लेकिन पंजशीर इसके गले की हड्डी बन गया है।
देश की अर्थव्यवस्था तेजी से नीचे आ रही है कई हिस्सों में सूखे जैसे हालात हो गए हैं और कई दिनों में जारी संघर्ष के कारण लाख को अफगान अपनी जान गवा चुके हैं।