गुर्जर परिचय सीरीज (1)
आईएएस श्री अमराराम गुर्जर यह नाम संघर्ष, मेहनत और कामयाबी की मिसाल है,बुलंद हौसलों के दम पर ऊंची उड़ान भरने और सफलता की सीढ़ी दर सीढ़ी चढ़ने वाले अमराराम गुर्जर का जन्म राजस्थान के पाली जिले के सोजत के छोटे से गांव ढूंढा लांबोड़ी में28जून1977 को रजनीश गुर्जर के घर हुआ, श्रीमान अमराराम गुर्जर ने पांचवी तक शिक्षा गांव में ही प्राप्त कर 12वीं तक सोजत में पढ़ाई की जब वे 11वीं कक्षा में पढ़ते थे तब उनकी माता जी का देहांत हो गया था और 12वीं कक्षा में थे तब उनके पिताजी का देहांत हो गया था गांव में कॉलेज नहीं होने के कारण उन्होंने कॉलेज की पढ़ाई एक सहपाठी छात्र के रूप में की और साथ में खेती बाड़ी का काम भी किया
इनके बड़े भाई राजस्थान पुलिस में एसआई हैं श्रीमान जी ने पहली नौकरी 2005 में राजस्थान पुलिस में बतौर सब-इंस्पेक्टर लगी फिर उन्होंने सिविल सर्विस की तैयारी की और दो बार सफल नहीं हो पाए पर उन्होंने हार नहीं मानी और बिना कोई कोचिंग करें 2008 में वापस सिविल सर्विस की तैयारी कर एग्जाम दी और पूरे भारत में 140 भी रैंक प्राप्त कर आई ए एस की रैंक प्राप्त की मेहनत करने वाले को कोई भी चुनौती आड़े नहीं आती है,अमराराम जी ने कक्षा 1 से 12 तक शिक्षा सरकारी स्कूल में प्राप्त की दिन-रात मेहनत करने करने वाले अमराराम पुलिस की नौकरी के दौरान भी जब भी समय मिलता था पढ़ाई करते रहते थे। इसी का परिणाम है कि अमराराम गुर्जर सब इंस्पेक्टर से आईएएस और आईएएस से आईएफएस पुर्तगाल में प्रथम सचिव बने अमराराम गुर्जर का
वर्तमान निवास हाउस नंबर 310 ओपी राठौर सदन शुभ रंगी शशिनगर जयपुर राजस्थान है युवाओं के सबसे बड़े प्रेरणा स्रोत गुदड़ी के लाल कहे जाने वाले अमराराम गुर्जर ने अपनी मेहनत के बल पर ही मुकाम हासिल किया आज के समाज के युवाओं को इनसे प्रेरणा लेनी चाहिए
Ajeet Bainsla (Admin) 8696761606