आईपीएस श्री यशवीर सिंह गुर्जर यह नाम संघर्ष, मेहनत और कामयाबी की मिसाल है,बुलंद हौसलों के दम पर ऊंची उड़ान भरने वाले आईपीएस यशवीर सिंह गुर्जर का जन्म उतराखंड के हरिद्वार के रायसी गांव के पिताजी श्री विजयपाल सिंह जी और माताजी श्रीमति सुदेशदेवी के घर में
01/07/1985 को हुआ
उनकी शुरूआती शिक्षा रायसी गांव से ही हुई. इसके बाद ग्रेजुएशन करने के लिए वे पंतनगर चले गए यहां से उन्होंने पशु विज्ञान में स्नातक की डिग्री हासिल की जिसके बाद वे अल्मोड़ा में पशु चिकित्सा अधिकारी बने, यशवीर सिंह को पढ़ने का काफी शौक था. पशु चिकित्सा अधिकारी बनने के बाद भी उन्होने अपनी पढ़ाई जारी रखी. और 2013 में उनका IPS सिलेक्शन हुआ. आईपीएस में सिलेक्शन होने के बाद वो ट्रेनिंग के दौरान सहारनपुर में एडिशनल SP ट्रेनिंग रहे वही वह मुरादाबाद में एएसपी रहे. मुरादाबाद के बाद उनकी अगली जिम्मेदारी अलीगढ़ के पुलिस अधीक्षक देहात के रूप में हुई.
अपने इस कार्यकाल के दौरान उन्होने काफी प्रशंसनीय काम किए. अलीगढ़ के बाद सरकार ने उनको 5 अगस्त 2018 को गाजीपुर का पुलिस अधीक्षक बनाया था. गौर करने वाली बात है कि गाजीपुर अपराध और माफियाओं से भरा हुआ जिला माना जाता रहा है लेकिन जब से यशवीर सिंह ने अपने कार्यकाल में ना केवल अपराधों में कमी आई है बल्कि माफिया गिरोह भी जनपद छोड़ने को मजबूर हो गए हैं.प्रदेश सरकार ने 17 फरवरी को यशवीर सिंह का स्थान्तरण पुलिस अधीक्षक गाजीपुर से पुलिस अधीक्षक हापुड़ कर दिया. वर्तमान पोस्टिंग कमांडेड SDRF लखनऊ के
पद पर कार्यरत हैं आप हमेशा गरीबों की मदद के लिए तैयार रहते है डॉ यसवीर सिंह गुर्जर की शादी प्रियंका जी से हुई इनकी एक 3.5 साल की बेटी अंबावीर है जो स्कूल जाती है