ईरान ने पंजशीर में हुए नरसंहार को देखकर तालिबान और पाकिस्तान को चुनौती दी है की वे अपनी सीमा रेखा को पर ने करे कहा, नहीं तो इसका अंजाम ठीक नहीं -जानिए ईरान के अगले कदम के बारे में तालिबान को लेकर सारे देशों में एक विचार उमड़ रहा है की क्या तालिबान आने वाली समय में पूरी दुनिया पर हुकूमत करेगा। हमे हर रोज़ तालिबान और अफगानिस्तान की खबरे देखने को मिल रही है।
हम अफगानिस्तान में हुए तालिबान के हमले से तो रूबरू वाकिप होगे की किस तरह से तालिबान ने अफगानिस्तान ने नरसंहार किया था।ठीक उसी प्रकार पंजशीर में भी हुआ जिस पर ईरान ने तालिबान को धमकाया है और चेतावनी दी की वो अपनी हद में रहे अपनी सीमा पर न करे । नही तो अंजाम अच्छा नही होगा। तालिबान और पाकिस्तान दोनों ने मिलकर ये वीयूरचना की जिसमे पंजशीर को अपने अनेकों नागरिकों की जान गवा नी पढ़ी।
अहमद मसूद के नेतृत्व में हमले का शिकार बनी पंजशीर में जमकर विद्रोह करने पर तालिबान आतंकी बुरी तरह से घिरते नगर आ रहे हैं।
अफगनिस्तान के करीबी देश ईरान के कहा की पंजशीर में पाकिस्तान के हस्तक्षेप की जांच कर रहे हैं।
तब तक तालिबान और पाकिस्तान लक्ष्मण रेखा को पार करने की ना सोचे। नही तो उसका अनजान ठीक नहीं होगा।
सूत्रों से पता चला है की ये धमकी ईरान के विदेश मंत्रालय तालिबान को द्वारा दी गई है।
उन्होंने कहा की पंजशीर में कमांडरो की शहादत बहुत हीं निराशाजनक है ओर ईरान बीती रात के हमले को लेकर काफी कड़े शब्दों में तालिबान की निन्दा कर रहा है।
जांच के दौरान ईरान का मानना है की अंतर अफगान बातचीत ही अफगान समस्या का एक हल बचा हुआ है।
उन्होंने कहा की अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत जिम्मेदारियां को आवश्यक रूप से माना जाना चाहिए।
मैं आप को बता दू की ईरान ने तालिबान को ये चुनौती जब दी है। जब पंजशीर के विद्रोहियों ने आरोप लगाया है की तालिबान को जीत दिलाने में पाकिस्तान की सेना का हाथ है पाकिस्तान की सेना ने पंजशीर पर हवाई हमला किया है।और इस नरसंहार को अंजाम दिया है।
अफगानिस्तान पर तालिबान ने भले ही बंदूक के दम से सत्ता अपना ली ही लेकिन अब तालिबान की समस्या और भी ज्यादा बढ़ती जा रही है। क्यूकी तालिबान के बढ़ी संख्या लड़ाकू मारे जा चुके हैं और दूसरी ओर वह अपनी खुद की सरकार का गठन नहीं कर पा रहे थे।
और अब दूसरा झटका ईरान से मिल गया है।ईरान ने अफगानिस्तान में लोगो के मतो द्वारा चुनी गई सरकार बनाने की बात कही है।
अफगानिस्तान के आने वाले भविष्य के लिए और वहा की शांति के लिए चुनाव बहुत जरुरी है।ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि अफगानिस्तान में एक ऐसी सरकार बननी चाहिए जो लोगों के वोटो और उनकी इच्छा से बनी हो हम लोगों द्वारा चुनी गई सरकार का समर्थन करते हैं।ताकि लोग अपने ही देश में शांति से जीवन जी सके।