उत्तराखंड में तेज बारिश से 47 लोगो की मौत नहीं सड़के और रेल्वे लाईन -जानिए किन किन क्षेत्रों में सबसे ज्यादा बारिश

उत्तराखंड में 2013 की तरह ही फिर से तेज बारिश हुई है जिससे जल प्रलय शुरू हो गया है। इस जल प्रलय से लोगो को काफी नुकसान हुआ। तेज बारिश के कारण उत्तराखंड में 47 लोगो की मौत हो गयी व कई लोग घायल हो गए है।
ऐसा पहले भी 2013 में हो चुके है ,जब लाखो लोग उस जल प्रलय में मारे गए थे। आज उसी तरह से फिर उत्तराखंड में चारो तरफ पानी ही पानी हो गया है। सड़के और रेल लाइन भी नहीं रही है ,सड़को पर बड़े बड़े पत्थर टूटकर आ गए है जिससे लोगो को आने जाने में काफी तकलीफ झेलनी पड़ रही है।
इस जल प्रलय को देखते हुए वहा पर भारत सरकार के द्वारा 15 NDRF टीमों को लोगो की सुरक्षा के लिए तैनात किये गए है।उत्तराखंड में लगातार बारिश के कारण वहा के स्थानीय लोगो के अनेक घर तबाह हो गए है।
बताया गया है की उत्तराखंड में जिन क्षेत्रों में किसानो ने फैसले पैदा कर रखी थी वहा पर ज्यादा नुकसान पहुंचाया है। सूत्रों से पता चला है की इस जल प्रलय में काफी लोग लापता हो गए है।
भारतीय जवानो के द्वारा हेलीकॉप्टरों से लोगो को इस जल प्रलय से बाहर निकला जा रहा है। भारतीय सेना के जवान ऐसे कामो में अपनी लापरवाही नहीं बरतती है
पता चला है की तेल बारिश के कारण दिल्ली को जाने वाली रेल्वे लाइन की पटरी क्षतिग्रस्त हो है और आस -पास के शहरो से सम्पर्क टूट गया है।
इस घटना पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा की आप परेशान न होये आप सब को बचाने का लिए सारे कदम उठाये गए है।
केदारनाथ ,बद्रीनाथ ,रामनगर। नैनीताल।, क्षेत्रो में भी काफी तेज बारिश हुई है। वहा पर भी फसलों को काफी नुकसान है। बद्रीनाथ में NH 58 को कुछ दिनों के लिए बंद कर दिया