जानिए BMC ओर MBC की नई गाइडलाइन-क्यो नहीं होंगे बप्पा के दर्शन कोरोना के इस काल मे हमारे देश में हर साल गणेश चतुर्थी धूम धाम से मानते थे।लेकिन अब की बार गणेश जी के दर्शन आप को पंडाल में नही होगे। कोरोना की इस महामारी के कारण गणेश चतुर्थी का शुभारंभ ऑनलाइन कर दिया है यानी आप बप्पा के दर्शन ऑनलाइन करेगे।
भारत सरकार ने ऐसा बढ़ते कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए किया है। गणेश जी का सबसे ज्यादा अभिषेक महाराष्ट्र में किया जाता है वहां पर बप्पा का स्वागत बहुत ही धूमधाम से होता है लेकिन इस बार महाराष्ट्र में बढ़ते कोरोना संक्रमण को लेकर राज्य सरकार ने इस उत्सव को ऑनलाइन तरीके से मनाने की बात कही है। ऐसा उन्होंने कोरोना की तीसरी लहर के खतरे को ध्यान में रखते हुए किया है
MBC- क्या है जानिए MBC की नई नीति
MBC का कहना है कि गणेश चतुर्थी की उत्सव के दौरान लोग सार्वजनिक पांडाल में जाकर गणेश जी के दर्शन नहीं कर सकते इसके लिए बीएमसी ने भी सार्वजनिक पांडालो को कड़ा निर्देश दिया है।
लेकिन गणपति मंडल भक्तों की भीड़ को काबू न कर पाने में अपनी एक क्षमता बता रहे हैं।
इस बार गणेश चतुर्थी 10 सितंबर को मनाई जाएगी।
मंडल में जाने के लिए कोरोना की दोनों वैक्सीन है अति आवश्यक
गणेश चतुर्थी के उत्सव में शामिल होने के लिए वैक्सीन लगवा लेना बहुत ही जरूरी है। मंडल में 10 लोग ही एक साथ जा सकेंगे जिन्होंने कोरोना कि दोनों डोज लगवा लिया और उन्हें 15 दिन पूरे हो चुके हो।
बीएमसी ने बताया की विसर्जन से पहले बप्पा की पूजा करके आपको बप्पा की मूर्ति विसर्जन के लिए बीएमसी ,,ऑफिशियल को कलेक्शन सेंटर,, ,,आर्टिफिशियल लेक नेचुरल ,,विसर्जन स्थल पर सौंपने का निर्देश दिया गया है लोगों को खुद बप्पा के विसर्जन की मंजूरी नहीं दी है।बीएमसी ने बप्पा के विसर्जन के लिए शहर के 24 बोर्ड में 173 और टीसीएल लेक बनाए है।
साथ ही बच्चों और बुजुर्गों को विसर्जन स्थल पर जाने से सख्त मना की है गणेश जी के इस भव्य दर्शन पर लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना होगा।
बीएमसी कि इन गाइडलाइंस को तोड़ने पर उनको जुर्माना भुगतना होगा।