जम्मू-कश्मीर में बड़ी पाकिस्तानी आतंकवादियों की घुसपैठ जानिए -मौका मिलते ही वारदात को अंजाम दे सकता है पाकिस्तान
तालिबान की अफगानिस्तान पर सत्ता बनने के बाद जम्मू – कश्मीर में आतंकिवादियों की घुसपैड ज्यादा बढ़ गयी है। इन आतंकियों में तालिबान ग्रुप के सबसे ज्यादा लोग बताये जा रहे है। ये 2019 में जम्मू – कश्मीर में लगाए गए 370 धारा को हटाने का बाद हुआ है। हालांकि पहले भी जम्मू – कश्मीर में आंतकी हमले होते थे लेकिन 370 की धारा हटने के बाद आतंकी हमले और घुसपैठ ज्यादा बढ़ गया है।
सूत्रों से पता चला है की ये आतंकवादी जैश -ए मोहम्मद व लश्कर ए -तैयवा से जुड़े हुए है। और ये आतंकवादी तालिबान के लिए एक बड़े प्लान पर काफी दिनों से काम कर रहे है। इस गैंग में करीब करीब 50 आतंकी है जो जम्मू –कश्मीर में घुसे बैठे और ये पंजाब प्रांत के निकटम इलाको के जनजाति लोगो से सम्बन्ध रखते है।
जब भी आतंकवादियों ने भारत पर हमला किया है उसकी पूरी प्लानिंग और सारा का सारा नेटवर्क जम्मू -कश्मीर में घुस कर किया है। बात अगर 2018 की अरे तो इस साल सबसे ज्यादा हमले हुए थे। लेकिन भारत सरकार के द्वारा सीमा की सुरक्षा के बाद आतंकियों की संख्या में कमी हुई थी।
पाकिस्तान के जितने भी आतंकी पकड़े गए है जिनमे में से अभी तक सबसे ज्यादा 18 और 19 बर्षीय युवक मिले है। कुछ दिनों पहले अमेरिका की रिपोर्ट आयी थी जिसमे 12 संगठनों का पाकिस्तान पनाह दे रहा है बताया गया है की इन संगठनों में 1980 के लोग भी शामिल है जो बड़ी -बड़ी घटनाओ को अंजाम देते है।
जम्मू -कश्मीर उरी रेखा सेक्टर नियंत्रण सीमा पर हुई घुसपैठ में 19 बर्ष के युवक जो जिन्दा पकड़ा है जो पाकिस्तान की किसी गैंग का एक आंतकी है। इस आतंकी ने भारतीय सेना को पंजाब प्रांत के ओकारा जिले ,अपनी पहचान बताई है।सुरक्षा बलो पर हुए हमले पर तीन भारतीय जवान घायल हुए है।