कोविड़_19 के चलते जिन लोगो ने कोरोना महामारी के टीके लगवा लिए है। उन लोगो को भारत के प्रधानमंत्री मोदी ने बाहुबली नाम करार दिया है ये बात पीछले सोमवार की है। जब पीएम मोदी नई दिल्ली में इसका मुआवना कर रहे थे। इस महामारी में अब तक 40 करोड़ लोग ये खुराक को लेकर बाहुबली बन गए हैं। प्रधानमंत्री की इसी बात को लेकर लोग अब सोशल मीडिया पर भी काफी दिलचस्प हो गए हैं। और वे इस पर बहुत दिलचस्प टिप्पणियां कर रहे हैं। संसद भवन परिसर में पीएम मोदी ने पत्रकारों से चर्चा में भरोसा दिलाया है कि कोरोना का टीका लगाने का यह सिलसिला आगे भी जारी रहेगा।
आगे उन्होंने बताते हुए कहा की ये टीका : बाहु पर लगता है और जिसके ये टीका लग जाता है उसमे कोरोना से लड़ने की शक्ति आ जाती है और वो बाहुबली बन जाता है। कोरोना से लड़ कर बाहुबली बनने का एक ही तरीका है कि आप कोविड का टीका लगवालो। अब तक 40 करोड़ से ज्यादा लोग कोविड का टीका लगवाकर बाहुबली बन गए हैं और आगे भी इस काम को तेज गति से बढ़ाया जा रहा है।
आगे उन्होंने कहा की कोरोना एक ऐसी महामारी है जिसने भारत को नही बल्कि पूरे विश्व को अपनी चपेट में ले लिया है। जिसके चलते सारे संसार को काफी नुकसान पहुंचा है। इसलिए हम चाहते हैं की संसद में भी इस पर भी चर्चा हो। सभी अपनी अपनी प्राथमिकता देते हुए इस पर चर्चा करे। उनके ये बाहुबली शब्द का मतलब मैं आप को बता दू ये दक्षिण भारतीय फिल्म है जो बहुत ही लोक प्रिय हुई थीं। मोदी के वक्तव्य को टैग करते हुए एक ट्यूटर यूजर ने लिखा है बात तो सही है बाहुबली के दो भाग हैं इसलिए कोविड़ के भी दो खुराक लेने होगे। और एक दूसरे यूजर ने कोरोना को कटप्पा का नाम देते हुए कहा की कोरोना कटप्पा की तरह है जो पीछे से वार करता है हम अपनी असल जिंदगी में लापरवाह नही हो सकते क्योंकि वहा सिकेल नही होगा।
पीएम मोदी ने चर्चा करते हुए कहा की संसद के साथ बाते करने से सांसदों की सार्थक बातो से कोरोना लड़ाई में नई बाते सीखने को मिलेगी जिससे इस लड़ाई में काफी नयापन आएगा। आगे उन्होंने कहा की कुछ कमियां रह गई है तो उसमे भी सुधार किया जाए।