- भारत पूरे विश्व में प्राचीन काल से ही शिक्षा का एक मुख्य केंद्र रहा – भारत पूरे विश्व में प्राचीन काल से ही शिक्षा का एक मुख्य केंद्र रहा है।और लोगो यहां पर दूर देशों से भी शिक्षा के लिए भी आते ।भारत में काशी को शिक्षा का सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण स्थान माना गया है। पहले के राजा , महाराजा, सम्राट, आदि लोग अपनी शिक्षा को पूरी करने के लिए अपने परिवार वालो के छोड़ कर दूर गुरुकुलो में जाया करते थे। और शिक्षा के बदले में गुरु उनसे कोई पैसे भी नही लेते थे। लेकिन बदलते समय के साथ साथ लोगो ने शिक्षा को अपना व्यापार बना लिया है। लोग अपने देश को छोड़ कर दूसरे देश में शिक्षा के लिए जाते हैं।समय इतना बदल गया है की लोग के पास इतना पैसा हो गया है की वे अपने देश की शिक्षा से संतुष्ट नही है तभी तो लाखो , करोड़ो रुपए खर्च करके विदेश में जाते हैं। जिसकी वजह से भारत में भी वही शिक्षा को पढ़ाने के लिए इतने पैसे लेते है की आम लोग तो उस शिक्षा को पाने की सोच भी नही सकता । हमारे देश में कई ऐसे स्कूल ,और कॉलेज है जहा उच्च शिक्षा के हद से ज्यादा पैसे लेते हैं जिसकी वजह से एक गरीब परिवार से शिक्षा के लिए आए हुए विद्यार्थी निराश होकर वापस लौट आते हैं। यही फिर शहर में किसी होटल, फैक्ट्री, वार, में काम करते हैं।क्योंकि उनके ऊपर अपने परिवार का पालन पोषन करने की जिम्मेदारी होती है मैं आप को बता दू अपने देश में बेरोजगारी का ये ही मुख्य कारण होता है की लोगो को अच्छी शिक्षा नही मिलती है। जिससे लोग अशिक्षित रह जाते हैं क्योंकि जो लोग शिक्षित है होते वे अपने आप को बहुत आगे बड़ा लेते हैं। हमे अपने देश को पहले की तरह देखना है तो लोगो को शिक्षित होना पड़ेगा और ये तभी संभव है ,जब अपने ही देश के लोग शिक्षा को अपना व्यापार बना छोड़ देगे। ताकि लोग अपना शक्सेज होकर अपने देश के साथ साथ अपने परिवार को अभी आगे बड़ा सके। मैं आप को बता दू की अगर हर भारतीय नागरिक अपने आप में अपने देश के लोगो के प्रति पहले के लोगो की तरह व्यवहार करेगे तो । इस समय में भी अपना देश बहुत आगे रहेगा।