- क्या आप जानते है की भारत में ही पेट्रोल और डीजल के दाम क्यू बढ़ रहे है – पेट्रोल और डीजल की बढ़ते दामों को लेकर लोगो का कथन – जानिए क्या इस समस्या का समाधान कर पायेगी भारत सरकार –
patrol or dijal ke badte dam पेट्रोल के दाम घटने की वजह बढ़ते ही जा रहे है।
पेट्रोल के बढ़ते दाम को लेकर जब लोगो ने सवाल किया तो बीजेपी पार्टी के प्रवक्ता 2013 की बात करने लगे।
आज पूरे देश में पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दाम को लेकर सवाल उठ रहे हैं।की जब से मोदी सरकार ने देश की कमान समाली है तब से पेट्रोल और डीजल के दाम घटने की वजह लगातार तेजी से बढ़ रहा है। क्या मोदी सरकार इस प्रकार से लगातार तेजी से दाम बड़ा ती रही तो देश के लोगो की आर्थिक स्थिति डगमगा जायेगी।।
लगातार पेट्रोल के दामों में बढ़ोतरी होने के कारण महाराष्ट्र ,तेलंगाना,कर्नाटक,राजस्थान, MP, UP, ओड़िशा,
केरल,बिहार,पंजाब,तमिलनाडु,सहित कई राज्यों में 100रु प्रति लीटर के ऊपर बीक रहा है। तो आप अंदाजा लगा सकते हो की आने वाले टाइम में लोगो के दिल पे क्या बीतेगी। डीजल के दाम भी पेट्रोल के कमोवेश आसपास ही है। लगातार पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दाम को लेकर जब एक टीवी डिबेट के दौरान भाजपा प्रवक्ता से लोगो ने सवाल किया तो वे लोगो को अपनी बातो में उलझाते हुए 2013 की बाते बता ने लगे।जब एंकर ने भाजपा प्रवक्ता को उनके जवाब पर आइना दिखाया तो वे बगले झांकने लगे। आज तक न्यूज चैनल की एंकर नेहा बाथम ने बीजेपी के प्रवक्ता सैयद ज़फ़र इस्लाम से सवाल पूछते हुए कहा की तेल के बढ़ते दामों से रोज की आवश्यकता की चीजों भी मंहगी हो रही है।इस महंगाई से आम आदमी पर उतना बोझ बढ़ गया है की उसका की उसका जीना हराम हो गया है।एक तरह तो अपने देश में बेरोजगारी बहुत है ओर दूसरी तरफ महंगाई भी लगातार बढ़ती जा रही है। नेहा बाथम के इस सवाल का जबाव देते हुए भाजपा प्रवक्ता सैयद ज़फ़र इस्लाम ने कहा की ये असाधारण समय है। कोरोना महामारी की वजह से कई राज्यों मे लॉकडाउन लगाना पड़ा जिसकी वजह से वहा की आर्थिक स्थिति का काफी असर पड़ा है जिससे सरकारी राजकोष में भारी गिरावट आयी है। सरकार जहा से आमदनी ले सकती वहा से रेवेन्यू लिया जा रहा है
आगे जफर ने अपने ही देश को पिछड़ा हुआ बोलकर बताया की भारत तेल उत्पादक देश नही है। हमे अपने देश में तेल की पूर्ति करने के लिए दूसरे देशों से तेल आयात करना पड़ता।सऊदी अरब जैसे कई देश ने कोरोना की वजह से अपने तेल के उत्पाद नही बढ़ाए हैं।
जिससे वहा से तेल लाने में काफी पैसा खर्च होता है और कई देशों ने तो अपने व्यापार में तेल की भी भाव बड़ा दिए हैं।और उन्होंने कहा की थोक महंगाई दर खुदरा महंगाई दर से ज्यादा है आगे उन्होंने कहा की यह बहुत जल्द ठीक होगा जैसे जैसे लोकडाउन से छूट मिलेगी वैसे वैसे महंगाई में भी कमी आती जायेगी। सरकारी तेल कंपनियों की और से आज दूसरे दिन भी पेट्रोल -डीजल के दाम नही बढे हैं। बीते शनिवार को डीजल की कीमत ने कोई बदलाव देखने को नही मिला लेकिन पेट्रोल की कीमत 29से 30पैसे तक बड़ा।
मैं आप को बता दू की अगर बात दिल्ली की जाये तो पेट्रोल के दाम 101.84 रूपये. परलीटर है जबकि डीजल 97.45रूपये लीटर है। वही चन्नेई में भी पेट्रोल 100रुपए के पार है यहां पेट्रोल 102.49रूपये लीटर है तो डीजल 94.39 रूपये लीटर तक पहुंच गया है।कोलकाता में भी पेट्रोल के दाम 102.08रूपये लीटर जबकि डीजल93.02रूपये लीटर है।
हर प्रतिदिन सुबह 6बजे पेट्रोल ओर डीजल की कीमतों में बदलाव होता है सुबह 6 बजे से ही नई दरें लागू हो जाती है।पेट्रोल और डीजल दामों में एक्साइज। ड्यूटी डीलर कमीशन और अन्य चीजे जोडने के बाद इसका दाम लगभग दोगुना बड़ा दिया जाता है। इन्ही मानकों के आधार पर पेट्रोल ओर डीजल की रेट रोज तेल कंपनियां तय करती है। डीलर पेट्रोल पंप चलाने वाले लोग हैं वे अपनी मार्जिन जोड़ने के बाद की पेट्रोल बचते हैं।पेट्रोल और डीजल की रेट में यह भी एक समस्या जुडी हुई है।