प्रधानमंत्री की नई शिक्षा नीति जानिए- 7 से 17 सितंबर तक शिक्षा पूर्व का पूरे देश में किया जाएगा आयोजन वर्तमान शिक्षा नीति को देखते हुए pm मोदी ने 7 से 17 सितंबर तक शिक्षा पूर्व का पूरे देश भर में आयोजन करेंगे।
इस मौके पर उन्होंने पूरे देश में गावों और शहरो में स्थानीय स्तर पर नेशनल एजुकेशन पॉलिसी समेत शिक्षा के सी क्षेत्र में चल रही योजनाओं को पहुंचाने के लिए सेमिनार और वर्कशॉप आयोजित करने को कहा है।
मैं आप को बता दू की इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लाइव आकर तमाम शिक्षकों और अभिभावकों से शिक्षा के बारे में बातें बताई है।
इसके साथ ही उन्होंने कोरोना से हुई शिक्षा नीति में बदलाव और बच्चों की शिक्षा को लेकर खेद प्रकट गया है
उन्होंने बताया की कोराना पूर्ण रूप से अभी भी गया नहीं है। हमें कोरोना की तीसरी लहर से बच्चों को सतर्क व कोरोना से दूर रखना होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिक्षा के क्षेत्र में बड़े बदलाव करने की घोषणा भी की।
उन्होंने इस कार्यक्रम की शुरुआत नेशनल अवार्ड जीतने वाले शिक्षकों को सम्मानित करने के साथ की।
उन्होंने कहा कि कोरोना की मुश्किल घड़ी में शिक्षकों ने जो विद्यार्थियों के भविष्य के लिए योगदान दिया है वह अतुलनीय में सराहनीय है।
भारत में विद्यालयों से बच्चों को ज्ञान प्राप्ति होती है और वे आगे चलकर अपना भविष्य अपनी शिक्षा के द्वारा तय करते हैं।
पीएम मोदी ने स्कूलों में गुणवत्ता समावेशी प्रथाहो और शिक्षा में सुधार के लिए नए तौर-तरीकों को प्रोत्साहित किया है।
उन्होंने बताया कि पिछले 6- 7सालों से जनभागीदारी की ताकत से देश में ऐसे ऐसे कार्य हुए हैं जिनकी कोई कल्पना भी नहीं कर सकता।
पीएम मोदी ने कहा कि शिक्षा में असमानता को खत्म करके उसे और आधुनिक बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं इसमें नेशनल डिजिटल एजुकेशन की बड़ी भूमिका होने वाली है। उन्होंने टीचर्स ट्रेनिंग के लिए निष्ठा कार्यक्रम को भी इंपॉर्टेंट बताया है।इसी के साथ ही उन्होंने अपनी बात खत्म करी।