जम्मू -कश्मीर में आतंकियो का कहर -ली 25 लोगो की जान
तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्ज़ा करने के बाद वहा की सत्ता को अपने अधीन कर नई सरकार का निर्माण कर लिया है। लेकिन जब से तालिबान ने अपनी खुद की सरकार बनी है तब से जम्मू -कश्मीर में हमलो की संख्या लगातार बढ़ रही है।
हाल ही में पता चला है की जम्मू -कश्मीर में 25 आतंकियों ने घुसपैठ की है। इन आतंकिओ में पाकिस्तान और तालिबान के लोग शामिल है। सूत्रों से पता चला है की इस ग्रुप में 1990 के दशक के लोग भी शामिल है। ये बहुत ही खतनाक है जो भारतीय सेना को धोका देकर जम्मू -कश्मीर में घुस गए है।
भारतीय सेना का कहना है की ये किसी बड़े आतंकी हमले को अंजाम दे सकते है। इस स्थिति को देखते हुए जम्मू -कश्मीर में सुरक्षा को और भी बड़ा दिया गया है। तालिबान ने एक गुप्त संगठन को जम्मू -कश्मीर में भेजा है ,मै आप को बता दू की जब तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्ज़ा किया था। जब उन्होंने अपनी खुद की सरकार बनाने के लिए अब देशो के प्रधानमंत्रीयो को एक बैठक में अपनी सरकार को मान्यता देने के लिए बुलाया था तब भारत ने इसे मान्यता देने से मना कर दिया ,ये कहकर की हमें तालिबान से सम्बन्ध जोड़ने में कोई जल्दवाली नहीं है।
तालिबान को ये बात अपने आत्म सम्मान पर बुरी लगी। जिसका बदला तालिबान जम्मू -कश्मीर में हमलो के जरिये ले रहा है। तालिबान की इस मिशन में पाकिस्तान भी मदद कर रहा है। पाकिस्तान की शुरुआत से ही जम्मू -कश्मीर पर अपनी नजर है वह किसी भी कीमत पर इसे हत्याना चाहता है।
अफगानिस्तान और तालिबान के बीच हुए हमलो में तालिबान के अफगान मारे गए थे ,जिसकी वजह से उसके काफिले में लोगो की कमी हो गयी उसकी पूर्ति के लिए पाकिस्तान ने अपने सैनिक तालिबान के काफिले में जम्मू -कश्मीर में भेज भेजे है इस बात के पुख्ता सुबीत नहीं है लेकिन भारतीय सेना को पाकिस्तान पर शक है ,की इन 25 आतंकियों में पाकिस्तान की सेना के लोग भी शामिल है।
भारतीय सेना ने इन आतंकियों को जल्दी से पकडकर कश्मीर से आतंक को खत्म करने का वाद